इस बात को समझने के लिए हम सभी को इसके कारण के जड़ को गहराई से समझने की आवश्यकता है ! 99 % लोगो की काबिलियत में उनकी इच्छा को पूर्ण करने की क्षमता नही होती है ! आज का दौर social मीडिया का है , हर कोई अपने जीवन का बेस्ट पल सोशल मीडिया के द्वारा दुनिया को दिखाता है ! इसके परिणाम में हर व्यक्ति वैसा जीवन जीना चाहता है, कैसे भी उस लक्ज़री लाइफ को achieve करना चाहता है ! और इन सब के बीच हमारे दिमाग से नैतिकता कोषों दूर चला जाता है ! हर कोई स्वार्थी और अनैतिक हो जाता है !
आप सोचेंगे यह बातें किस प्रकार से महंगाई से कनेक्ट हो रहा है !

हमारा देश लोकतांत्रिक देश है जिसमे राजनीतिक पार्टियां अपने – अपने प्रत्यासियो को चुनाव लड़ाती है और चुनाव जीतने के बाद सरकार बनाती है ! चुनाव में इन सभी पार्टियों द्वारा बहुत बड़ी रकम खर्च किया जाता है ! और ये सभी पैसे ज्यादातर उद्योगपति के द्वारा चंदे के रूप में राजनीतिक पार्टियों को दिया जाता है ! फिर जब ये पार्टियां सरकार में आती है तब ये सभी उद्योगपति अपने फेवर में इन सरकारों policy बनवाते है ,और अपने उत्पादों द्वारा ग्राहकों से दाम बढ़ाकर अपने दिए चंदे के बदले सूद समेत वसूलते है ! आप कहेंगे ये नेता तो बड़ा गलत करते है …लेकिन ये नेता गलत इसलिए करते है , क्यो की हम जनता सही नही करते है ! इस देश की सभी जनता को कम से कम 1000 रुपये चंदे के रूप में अपनी – अपनी पसंद की पार्टियों को जरूर देना चाहिए , जिससे वे किसी उद्योगपति के भरोसे ना रहे , और किसी के दबाव में सरकार आने पर पालिसी नही बनाये ! दूसरी तरफ हर नेता जब अपने – अपने पैसे खर्चे करके जब चुनाव जीतता है, तब राजनीति व्यापार और भ्रष्टाचार का कारण बन जाता है ! ,जब उसे मौका मिलता है, उसको वसूलने की कोशिश करता है ! परिणाम महंगाई के रूप में देखने को मिलता है !
जैसे जब कोई ऐसा मुख्यमंत्री बन जाता है तब वो अपने चहेते ठेकेदार को बुलाकर जमीन allot करता है ! सरकारी रेट के अलावा ठेकेदारों से कैश पार्ट अलग से घुस के तौर पर भी लेता है ! इस तरह के जमीन महंगी अलॉटमेंट के कारण ठेकेदार को अपने बनाये अपार्टमेंट को महंगा बेचना पड़ता है !
बहुत बड़ी संख्या में लोग सरकारी नौकरी करते है ! और इस नौकरी के बल पर लोग बड़ी गाड़ियां और बंगले और ब्रांडेड चीजे इस्तेमाल करना चाहते है ! खरीदना चाहते है ! इसी चाहत के साथ अनैतिकता का खेल शुरू हो जाता है ! परिणाम में सभी अपने organization से बड़ी बड़ी sallary की आशा रखते है ! सरकार पर दबाव डालते है , सैलरी बढ़ाने के लिए धरना और आंदोलन करते है ! परिणाम में सरकार बढ़ाती है ! ये सब कुछ करते हुए कभी यह नही सोचते है कि इसी देश में 15000 हज़ार की नौकरी में लोग गुजर बसर कर रहे है ! और हमारे इस अनैतिक डिमांड से उनका जीवन महंगाई के प्रभाव में आ जायेगा ! सरकार की ऐसी कंडिशन है कि नही हमे इससे कोई मतलब नही बस हमे अपने स्वार्थ को पूरा करने से मतलब है !
सरकार डिमांड पूरा करती है बदले में कही ना कही टैक्स को बढ़ाकर adjust करने की कोशिश करती है ! साथ में ज्यादातर सरकारी तंत्र में शमिल लोग अनैतिक तरीके से धन कमाने का कोई मौका भी नही छोड़ते है !
अमीर बनने की सनक दिमाग पर हावी नही होना चाहिए, नही तो हर कोई लुटेरा बन जाता है ! जिससे महंगाई के रूप में देखने को मिलता है ! जब पुलिस वाला किसी गरीब सब्जी बेचने वाले से 1000 रुपये उसकी किसी भी गलती के कारण चालान के रूप में लेंगे , तो सब्जी वाला उस दिन की शाम अपनी ग्राहकों से उसका बदला जरूर लेगा ! जब डॉक्टर को पोलिस वाला लूटेगा ,तो मौका देखकर डॉक्टर भी पुलिस वाले को लूटेगा ! वकील ,डॉक्टर को ,डॉक्टर वकील को प्राइवेट स्कूल वाले बच्चों की शिक्षा के नाम पर डॉक्टर और वकील को लूटने में लगे है ! और ये सबकुछ महंगाई के रुप में समाज के सामने है ! सभी एक दूसरे को लूट तो रहे है , पर कोई बचा नही पा रहे है ! अमीर बनने का रास्ता आपके काम में bydefault शामिल होना चाहिए ! नैतिकता के साथ हर कोई अगर अपने जीवन को जिये तो समाज में सुधार जरूर आएगा मेहंगाई में कमी जरूर आएगी !
पैसे के अभाव में हर कोई असुरक्षा के भाव से भर गया है ! पैसे के अभाव में बच्चे पढ़ नही पाएंगे , पैसे के अभाव में अच्छा इलाज नही मिल पायेगा , पैसे के अभाव में अपने हक़ की बात भी कानूनी तौर पर नही कर पाएंगे ! इसलिए हर कोई स्वार्थी होकर पैसे का लुटेरा हो गया है ! परिणाम मेहंगाई है ! ज्यादातर 90 % समस्याए पैसे पर आधारित होती है ! इसलिए हर कोई स्वार्थी होकर लुटेरा हो गया है !
गहराई में जाकर सोचेंगे तो इन सब का समाधान सभी को नैतिक हो जाने में ही है जो सभी की सभी समस्याओं को प्रबंधित करने में प्रमुख भूमिका निभाएगा !
संपादक
मिथिलेश सिंह
नोएडा
