सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विल्मोर पिछले नौ महीनों से अंतरिक्ष में अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर रह रहे हैं। यह उनके लिए एक चुनौतीपूर्ण लेकिन पूरी तरह से योजनाबद्ध मिशन था। यहाँ बताया गया है कि उन्होंने इतने लंबे समय तक अंतरिक्ष में कैसे सर्वाइव किया:
- खाने-पीने का प्रबंधन
ISS पर डिहाइड्रेटेड (सूखा) और पैकेज्ड फूड रखा जाता है, जिसे गर्म पानी मिलाकर खाया जाता है।
स्पेस स्टेशन पर ताजे फल और सब्जियाँ समय-समय पर भेजी जाती हैं।
विटामिन और मिनरल सप्लीमेंट्स भी दिए जाते हैं ताकि न्यूट्रिशन की कमी न हो।
- शरीर को फिट रखना
पृथ्वी पर ग्रेविटी हमें फिट रखने में मदद करती है, लेकिन अंतरिक्ष में वेटलेसनेस के कारण मांसपेशियाँ और हड्डियाँ कमजोर होने लगती हैं।
इसलिए सुनीता विलियम्स को हर दिन दो घंटे एक्सरसाइज करनी पड़ी।
वे ट्रेडमिल पर रनिंग करती थीं और खास तरह की वेट ट्रेनिंग का इस्तेमाल करती थीं।
- सांस लेने और पानी का प्रबंधन
अंतरिक्ष में ऑक्सीजन नहीं होती, इसलिए ISS पर रिसाइकलिंग सिस्टम से ऑक्सीजन बनाई जाती है।
पानी को भी फिल्टर करके बार-बार रिसाइकल किया जाता है, यहाँ तक कि पसीने और पेशाब से भी पानी को फिर से इस्तेमाल करने लायक बनाया जाता है।
- मानसिक तनाव और मनोरंजन
लंबे समय तक स्पेस में रहने से मानसिक तनाव हो सकता है।
इसलिए सुनीता ने वहाँ योग और ध्यान किया।
उनके पास वीडियो कॉल, किताबें और फिल्में भी थीं ताकि वे अपने परिवार से कनेक्ट रह सकें।
- तकनीकी समस्याओं से निपटना
उनके मिशन के दौरान स्पेसक्राफ्ट के हीलियम लीक और थ्रस्टर फेल जैसी समस्याएँ आईं।
NASA की ग्राउंड टीम से गाइडेंस लेकर उन्होंने और उनकी टीम ने इन्हें संभाला।
क्या यह आसान था?
बिल्कुल नहीं! अंतरिक्ष में नौ महीने रहना किसी भी इंसान के लिए बहुत कठिन होता है, लेकिन सुनीता विलियम्स ने अपनी तैयारी, अनुशासन और हिम्मत से यह कर दिखाया। अब वे मार्च 2025 में पृथ्वी पर लौटने की तैयारी में हैं।
मिथिलेश सिंह
नोएडा

