जब तुम कुछ करते हो तो लोग हँसते है …2
तुम्हारी कोशिश पर तंज कसते है ! ….
तुम अपना काम करते रहना
बंजर ज़मीन पर अपनी लकीर खिंचते रहना ,
कितने लोग आएंगे तेरी राह में उकसाने पर तुम बस सहते रहना …2
ये कोई नई बात नही लोग ऐसे ही किसी के नए काम को देख हँसते है ,फिर जलते है ,
और फिर उसी राह पर उससा बनने के लिए चलते है !
तू बना है इतिहास बनाने के लिए बस तू अपनी मंजिल देख…2
लोगो का काम है चांद पर भी तंज कसना .. उनकी बातें छोड़ बस तू अपनी राह देख !
तू बस सफल होके तो दिखा
देखना कैसे लोग अपनी आंखें मजते है !
जब तुम कुछ करते हो तो लोग हँसते है …2
तुमहारी कोशिश पर तंज कसते है !
मेरी कलम से !
मिथिलेश सिंह

